इस मंत्र का जाप आप हर मंगलवार और शनिवार को कर सकते हैं, रोजाना करें तो बहुत अच्छा रहेगा। हे अंजनन्दन, वीर, जानकी के दुःख का नाश करने वाले! हे कपीश, अक्षहंता, लंका का भय दूर करने वाली! वैश्वीकरण के विकसित राष्ट्र अपनी अतिरिक्त पूँजी अर्द्धविकसित एवं विकासशील राष्ट्रों मे https://nielsp654wkx8.yomoblog.com/profile